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Mars Retrograde 2024 : सिंह राशि में इस खगोलीय घटना का प्रभाव

Mars Retrograde 2024 : सिंह राशि में एक महत्वपूर्ण ज्योतिषीय घटना मंगल ग्रह का वक्री होना (Mars Retrograde) एक ऐसा खगोलीय और ज्योतिषीय घटना है जो पूरे ब्रह्मांड और व्यक्तिगत जीवन पर गहरा प्रभाव डाल सकती है। भारत में, मंगल ग्रह December 6, 2024 to February 23, 2025, lasting about 68 days तक वक्री रहेगा, और […]

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Astro-Geometry

Astro Geometry (Midheaven) की परिभाषा

मध्य आकाश (Midheaven) की परिभाषा Astro Geometry मध्य आकाश, जिसे MC (Medium Coeli) कहा जाता है, जन्म कुंडली के प्रमुख कोणों में से एक है। दूसरा मुख्य कोण है आरोही (Ascendant)। इन कोणों की पहचान सामान्यतः सरल लगती है, और ज्योतिषी इनके लिए कोई न कोई परिभाषा उद्धृत करने में सक्षम होते हैं। लेकिन, आरोही

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planet-करियर

ग्रह और उनके पेशे : जानें आपकी कुंडली के ग्रह आपके करियर को कैसे प्रभावित करते हैं?

ज्योतिष में करियर : ग्रह और उनके पेशे जानें आपकी कुंडली के ग्रह आपके करियर को कैसे प्रभावित करते हैं? ज्योतिष में ग्रहों के करकतत्व और स्वभाव को समझने के बाद, यह जानना संभव है कि ये ग्रह व्यक्ति को किस प्रकार के पेशे में सफलता दिला सकते हैं, यदि कुंडली में ये ग्रह शुभ

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Graha-Karakatwas

Concept of Graha Karakatwas

ग्रह कारकतत्व (Graha Karakatwas) ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों का अपना विशेष महत्व है। प्रत्येक ग्रह को जीवन के विभिन्न क्षेत्रों से संबंधित विशेष भूमिकाएँ और प्रभाव प्रदान किए गए हैं। इन भूमिकाओं को ग्रह कारकतत्व (Graha Karakatwa) कहा जाता है। संस्कृत में “कारक” शब्द का अर्थ है “जो कारण बनता है।” ग्रहों की यह क्षमता

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जन्म-कुंडली

जन्म कुंडली निर्माण (Construction of Kundali)

जन्म कुंडली निर्माण (Construction of Kundali) वैदिक ज्योतिष में कुंडली का निर्माण अत्यंत महत्वपूर्ण है। जन्म कुंडली, जिसे हम साधारण भाषा में जन्म कुंडली या राशि कुंडली कहते हैं, एक ऐसा चार्ट है जो व्यक्ति के जन्म समय और स्थान के आधार पर ग्रहों और राशियों की स्थिति को दर्शाता है। भारत में कुंडली को

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लग्न

लग्न (Lagna) का महत्व और विशेष प्रकार के लग्न

लग्न (Lagna) का महत्व और विशेष प्रकार के लग्न ज्योतिष में कुंडली का विश्लेषण मुख्य रूप से तीन प्रमुख घटकों – ग्रह, राशियां और भाव – के आधार पर किया जाता है। भाव जन्म के समय के आधार पर विभिन्न जीवन क्षेत्रों को दर्शाते हैं, जिन्हें लग्न या जन्म लग्न कहते हैं। लग्न वह बिंदु

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सृष्टि की उत्पत्ति

सृष्टि की उत्पत्ति: परमात्मा की विभूतियों से ब्रह्मांड का निर्माण

सृष्टि की उत्पत्ति: परमात्मा की विभूतियों से ब्रह्मांड का निर्माण परिचय सनातन धर्म में सृष्टि की उत्पत्ति का वर्णन अत्यंत विस्तृत और गहन है। बृहद पराशर होरा शास्त्र और विभिन्न पुराणों में इस विषय पर गहन विवेचना की गई है। विशेष रूप से, ऋषि पराशर ने सृष्टि के रहस्यों को विस्तार से बताया है। इस

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सप्तम भाव

Vedic Astrology सप्तम भाव 7tH house – कलत्र भाव

2.7 सप्तम भाव (7H) – कलत्र भाव 2.71 सामान्य विवरण सप्तम भाव ज्योतिष में विवाह और प्रमुख साझेदारी (पार्टनरशिप) के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। Listen to The Post ✅ सप्तम भाव जीवनसाथी के चरित्र और वैवाहिक जीवन की गुणवत्ता को परिभाषित करता है।✅ यह व्यापारियों के लिए संबंध निर्माण और बातचीत (नेगोशिएशन) कौशल को भी दर्शाता है।✅

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05 08 2024 15 23 46 Astrology Krishanayan

जानिए 5 ऐसी राशियाँ जिनके लिए सोना भाग्यशाली धातु है

सोना एक प्रमुख धातु है जिसे मानव सभ्यता ने हजारों वर्षों से महत्वपूर्ण माना है। इसे न केवल सुंदरता के लिए महत्व दिया जाता है, बल्कि यह आर्थिक और भौगोलिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है। ज्योतिष के अनुसार, हर राशि के लिए कुछ खास ग्रह और धातुएं भाग्यशाली होती हैं, जिन्हें इस लेख में हम

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राहु-औ- केतु-वैदिक-ज्योतिष

राहु और केतु वैदिक ज्योतिष

राहु और केतु वैदिक ज्योतिष में महत्वपूर्ण ग्रह माने जाते हैं राहु और केतु छाया ग्रह हैं जिनका व्यक्ति के जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ता है। ये दोनों ग्रह किसी भौतिक पिंड के रूप में अस्तित्व में नहीं हैं, बल्कि चंद्रमा और पृथ्वी की कक्षाओं के बीच बिंदुओं का प्रतिनिधित्व करते हैं। ज्योतिष शास्त्र में

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