आठवां भाव: मृत्यु और दीर्घायु का ज्योतिषीय महत्व (KP पद्धति के संदर्भ में)
आठवां भाव: मृत्यु और दीर्घायु का ज्योतिषीय महत्व (KP-पद्धति के संदर्भ में) भारतीय ज्योतिष में आठवां भाव (8th House) विशेष रूप से मृत्यु, जीवन की अनिश्चितताओं, संकटों, और दीर्घायु से संबंधित होता है। इस भाव के माध्यम से न केवल किसी व्यक्ति की मृत्यु का समय, कारण और स्वभाव का अनुमान लगाया जा सकता है, […]
आठवां भाव: मृत्यु और दीर्घायु का ज्योतिषीय महत्व (KP पद्धति के संदर्भ में) Read More »